कांचनार गुग्गुल: फायदे से पहले सच जानिए
अगर आपको थायराइड, पीसीओडी, गांठ या वजन बढ़ने जैसी परेशानी है और क्या आपको किसी ने कांचनार गुग्गुल लेने की सलाह दी? लेकिन इसे लेने से पहले इसके सही फायदे और नुकसान जानना जरूरी है।
आयुर्वेद में कांचनार गुग्गुल को बहुत फायदेमंद माना गया है, लेकिन हर चीज की तरह इसके भी कुछ नियम और सावधानियाँ होती हैं। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि यह दवा किन बीमारियों में काम आती है, कचनार गुग्गुल के फायदे नुकसान, और इसे कब और कैसे लेना चाहिए।
कांचनार गुग्गुल क्या है?
कांचनार गुग्गुल एक आयुर्वेदिक दवा है। इसे कांचनार की छाल, गुग्गुल, त्रिकटु (सौंठ, काली मिर्च, पिप्पली) और कुछ दूसरी औषधियों को मिलाकर बनाया जाता है। यह खासतौर पर थायराइड, पीसीओडी, गांठ और शरीर की सूजन जैसी समस्याओं में दी जाती है।
कचनार गुग्गुल के फायदे (Kanchnar Guggul Ke Fayde)
1. थायराइड की समस्या में राहत
कांचनार गुग्गुल थायराइड ग्रंथि को संतुलित करने में मदद करता है। अगर गले में सूजन, थकान, वजन बढ़ना या हार्मोनल बदलाव की समस्या है, तो यह आयुर्वेदिक औषधि फायदा पहुंचा सकती है। यह थायराइड के कारण होने वाली अंदरूनी सूजन को भी धीरे-धीरे कम करती है।
2. गांठ और ट्यूमर को कम करने वाला
यह शरीर में बनी छोटी-बड़ी गांठों, लिम्फ नोड्स की सूजन और फाइब्रॉइड्स को कम करने में सहायक है। खासकर महिलाओं में ओवरी और गर्भाशय की गांठों के लिए यह फायदेमंद मानी जाती है। यह शरीर से विषैले तत्वों को निकालकर सूजन को घटाता है।
3. वजन घटाने में सहायक
अगर मेटाबॉलिज्म धीमा है और वजन नहीं घट रहा, तो कांचनार गुग्गुल लाभकारी हो सकता है। यह पाचन क्रिया को सुधारता है, चर्बी कम करता है और शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालता है। हार्मोनल असंतुलन से होने वाले वजन बढ़ने में भी असरदार है।
4. पीसीओडी और हार्मोनल समस्याओं में लाभकारी
यह महिलाओं में हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। ओवरी में बनने वाली सिस्ट्स (PCOD) को कम करने, अनियमित मासिक धर्म चक्र को नियमित करने और त्वचा संबंधी परेशानियों में आराम दिलाता है।
5. शरीर को डिटॉक्स करता है
कांचनार गुग्गुल एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है। यह खून को शुद्ध करता है, लिवर और किडनी की सफाई करता है और लसिका तंत्र (lymphatic system) को मजबूत करता है। बार-बार फोड़े-फुंसी या एलर्जी की समस्या में भी उपयोगी है।
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
यह औषधि शरीर की इम्युनिटी को मजबूत बनाकर संक्रमण और मौसमी बीमारियों से बचाव करती है। खासकर बदलते मौसम में बार-बार सर्दी-जुकाम या गले की समस्या हो तो यह मददगार साबित होती है।
कांचनार गुग्गुल का उपयोग किस लिए किया जाता है?
थायराइड की सूजन कम करने के लिए
लिम्फ नोड्स की सूजन या गाँठ के लिए
पीसीओडी/PCOS जैसी महिला रोगों में
वजन घटाने के लिए
शरीर की सफाई और डिटॉक्स के लिए
ट्यूमर और फाइब्रॉइड में राहत के लिए
कांचनार किस बीमारी में फायदेमंद है?
थायराइड
लिम्फ नोड्स की सूजन
शरीर की गांठ या फाइब्रॉइड
हार्मोनल असंतुलन
शरीर में सूजन या विष
कब और कैसे लें कांचनार गुग्गुल?
आमतौर पर दिन में 1–2 टैबलेट, खाना खाने के बाद गुनगुने पानी के साथ ली जाती है।
इसे त्रिफला चूर्ण या त्रिफला काढ़े के साथ भी लिया जा सकता है।
सही डोज़ और समय जानने के लिए डॉक्टर या आयुर्वेदिक वैद्य की सलाह ज़रूर लें।
कचनार की छाल से नुकसान क्या हैं?
कचनार की छाल आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन अधिक मात्रा में या बिना चिकित्सकीय सलाह के सेवन करने पर यह नुकसान पहुंचा सकती है। इससे पेट दर्द, कब्ज या एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ लोगों को त्वचा पर खुजली या जलन भी हो सकती है। थायरॉइड, लिवर या प्रेगनेंसी से जुड़ी दवाएं ले रहे लोगों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
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कांचनार गुग्गुल की तासीर क्या होती है?
इसकी तासीर गर्म होती है। यह शरीर में जमी हुई सूजन, कफ और विष को बाहर निकालती है। जिन लोगों को पहले से शरीर में गर्मी रहती है, उन्हें डॉक्टर से पूछकर ही इसका सेवन करना चाहिए।
कांचनार गुग्गुल के नुकसान (Kanchnar Guggul Side Effects in Hindi)
ज्यादा गर्मी पैदा कर सकता है
पेट में जलन या दस्त हो सकते है
गर्भवती महिलाएं इसका सेवन न करें
कभी-कभी स्किन पर रैश या पित्त की शिकायत हो सकती है
इसे शुरू करने से पहले किसी जानकार से सलाह जरूर लें।
कांचनार गुग्गुल की कीमत (Price)
यह टैबलेट के रूप में आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर और ऑनलाइन वेबसाइट्स पर मिलती है। एक बोतल (60 टैबलेट) की कीमत ₹150 से ₹350 तक हो सकती है।
कांचनार गुग्गुल के प्राकृतिक और आयुर्वेदिक लाभ
1. थायराइड के लिए
त्रिफला काढ़े के साथ कांचनार गुग्गुल का सेवन करें।
यह गले की ग्रंथियों को संतुलित करने में मदद करता है।
अशोक या शतावरी के साथ कांचनार गुग्गुल लें।
यह महिला हार्मोन को संतुलित करता है और ओवरी के कार्य में सुधार करता है।
3. वजन घटाने के लिए
सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ कांचनार गुग्गुल लें।
यह मेटाबॉलिज्म तेज करता है और चर्बी को कम करने में सहायक है।
4. शरीर की सूजन (सूजन या गांठ) के लिए
त्रिकटु चूर्ण और कांचनार गुग्गुल को एक साथ लें।
यह सूजन, गांठ या लिम्फ नोड्स की समस्या में राहत देता है।
5. हार्मोन असंतुलन के लिए
कांचनार गुग्गुल के साथ योग, प्राणायाम और आयुर्वेदिक आहार को अपनाएं।
यह शरीर के प्राकृतिक हार्मोन संतुलन को पुनर्स्थापित करता है।
निष्कर्ष
कांचनार गुग्गुल एक बहुत ही असरदार आयुर्वेदिक दवा है, खासकर थायराइड, पीसीओडी, गांठ, वजन और हार्मोनल समस्याओं के लिए। लेकिन इसे शुरू करने से पहले सही जानकारी और सलाह लेना जरूरी है। हर दवा तभी असर करती है जब आप उसे सही तरीके से लें। इसलिए आयुर्वेद को अपनाएं – लेकिन समझदारी के साथ।
FAQs
Q1. कांचनार गुग्गुल से कौन-कौन से फायदे होते हैं?
थायराइड, पीसीओडी, गांठ और वजन कम करने में यह असरदार है।
Q2. कांचनार गुग्गुल कैसे लें?
खाना खाने के बाद 1–2 टैबलेट गुनगुने पानी या त्रिफला के साथ लें।
Q3. क्या कांचनार गुग्गुल का कोई साइड इफेक्ट है?
हां, यह पेट में जलन, दस्त या शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है।
Q4. क्या यह दवा महिलाओं के लिए सुरक्षित है?
हाँ, लेकिन गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसे न लें।
Q5. इसका असर कब तक दिखता है?
अगर सही तरीके से लिया जाए, तो 15–30 दिनों में फर्क दिखने लगता है।
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